Tuesday, April 17, 2012

शगुफ़्ता बहाना तेरा..

वो बातें फ़साने यु मुस्कुराना तेरा.

पहले लड़ना फिर मुझको मनाना तेरा

वो ख़्वाबों में बीन पुछे आनाजाना तेरा
...
बागोमे उड़ती तितलियाँ सा मचलना तेरा

ज़ुल्फ़ बिखराये हुए हसके वो सँवरना तेरा

देना जख्म फिर दील को पुकारना तेरा

रोज रोज शगुफ़्ता शगुफ़्ता बहाना तेरा
रेखा :)

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