जब जीवन के सफ़र में अपनो का साथ ना हो
हो फूलो भरी राह फिरभी पाँव मे छाले देती हैं
पलकों तक आए और मन में, हलचल पैदा ना करे
जूठे आँसू ज़िंदा होकर भी शव होनेका अहेसास देते है.
हो फूलो भरी राह फिरभी पाँव मे छाले देती हैं
पलकों तक आए और मन में, हलचल पैदा ना करे
जूठे आँसू ज़िंदा होकर भी शव होनेका अहेसास देते है.
जो भी यादे दिल का कोना हरपल रोशन ना करे
ऐसी यादे गीली हो कर भी सहेरा की प्यास देती है
गिरे प्यार में और दिल सरफरोसी तम्मना ना करे
ऐसी खोखली चाहत सर कलामी का अहेसास देती है
रेखा ( सखी )
ऐसी यादे गीली हो कर भी सहेरा की प्यास देती है
गिरे प्यार में और दिल सरफरोसी तम्मना ना करे
ऐसी खोखली चाहत सर कलामी का अहेसास देती है
रेखा ( सखी )